नमस्कार मित्रों! आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है परियों की शहजादी...from रुनझुन नाचते ही जा रहे हैं, अंकल सैमसिमटी रहे तू मुझमेfrom "हरएक आँख में नमी" by -कुसुम ठाकुर- Kusum's Journey (कुसुम की यात्रा)जिंदगी क्या है,माटी की गागरिया................(बवाल)इंतजार में बैठी हूँ ?ये अधूरी जिंदगीबारिश |
लघु-कथा : दुर्मुख-विजयी सोच |Fromकुछ कहना है"byकुछ तो है उनमें ,जो किसी और में नहीं"बस यूँ ही " .......अमित » by "आहट".....आँसुओं की...नैतिक रूपांतरण की जरुरत है ....थकी जिंदगी की ख्वाहिशFrom "मेरे भाव मेरी कविता" »by शायद किसी जन्म में हम मिले थे कभीFrom *गद्य-सर्जना* »by From हल्ला बोल »भगवान को मानने में शर्म कैसी ........अपने कंप्यूटर को दे बेहतरीन सुरक्षाशायद उनके परिवार में किसी को Cancer नहीं हुआ...आज के लिए बस इतना ही …फिर मिलते हैं ..नयी प्रविष्टियाँ ले कर! बताइए तो मेरी चर्चा कैसी रही? |
अच्छी चर्चा है, नये लिंक भी मिले है।
जवाब देंहटाएंसबसे अच्छी चर्चा वो होती है
जो हर तरह की पोस्ट को समेट कर बनायी हो।
विद्या जी!
जवाब देंहटाएंअब आपको लिंक लगाने आ गये हैं!
जल्दी ही आपको चर्चा के मुख्य ब्लॉग चर्चा मंच पर ले लिया जाएगा!
बहुत-बहुत आशीर्वाद!
बस अब आप मंच पर २१ अगस्त से आ जाइए।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा रहा! ढेर सारे लिंक्स मिले!
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